Shahrukh Ittefaq शाहरुख़ ख़ान ने बिना स्क्रिप्ट पढ़े किया ‘इत्तेफाक’ का निर्माण, कहा – ब्याज लेना ‘हराम’ था: रेनु चोपड़ा

Shahrukh Ittefaq शाहरुख़ ख़ान, भारतीय सिनेमा के बादशाह, न केवल अपने अभिनय के लिए बल्कि अपने उदार और सहयोगी स्वभाव के लिए भी प्रसिद्ध हैं। उनकी यह विशेषता तब स्पष्ट रूप से सामने आई जब उन्होंने बिना स्क्रिप्ट पढ़े ही फिल्म ‘इत्तेफाक’ का निर्माण करने का निर्णय लिया। इस निर्णय के पीछे उनकी मित्रता और विश्वास की भावना प्रमुख थी।

‘इत्तेफाक’ का पुनर्निर्माण: एक संक्षिप्त परिचय

‘इत्तेफाक’ 1969 में रिलीज़ हुई एक क्लासिक थ्रिलर फिल्म थी, जिसका निर्देशन यश चोपड़ा ने किया था। इस फिल्म में राजेश खन्ना और नंदा ने मुख्य भूमिकाएँ निभाईं थीं। 2017 में, इसी शीर्षक के साथ एक नई फिल्म बनाई गई, जिसमें सिद्धार्थ मल्होत्रा और सोनाक्षी सिन्हा ने मुख्य भूमिकाएँ निभाईं। इस फिल्म का निर्माण शाहरुख़ ख़ान की रेड चिलीज़ एंटरटेनमेंट और करण जौहर की धर्मा प्रोडक्शंस ने मिलकर किया।

Shahrukh Ittefaq
Mumbai, INDIA – OCTOBER 30: Bollywood filmmaker Karan Johar at a promotional event for Ittefaq on October 30, 2017 in Mumbai, India. (Photo by Prodip Guha/Hindustan Times via Getty Images)

शाहरुख़ ख़ान का निर्णय: बिना स्क्रिप्ट पढ़े निर्माण

Shahrukh Ittefaq फिल्म निर्माता रेनु चोपड़ा, जो ‘इत्तेफाक’ की सह-निर्माता हैं, ने एक साक्षात्कार में खुलासा किया कि शाहरुख़ ख़ान ने बिना स्क्रिप्ट पढ़े ही इस फिल्म का निर्माण करने का निर्णय लिया। रेनु चोपड़ा ने बताया कि जब उन्होंने शाहरुख़ से फिल्म के बारे में बात की, तो उन्होंने स्क्रिप्ट पढ़ने की आवश्यकता नहीं समझी और तुरंत ही सहयोग के लिए तैयार हो गए। यह शाहरुख़ के अपने सहयोगियों और मित्रों के प्रति विश्वास और सम्मान को दर्शाता है।

‘हराम’ के रूप में ब्याज लेना: शाहरुख़ का दृष्टिकोण

रेनु चोपड़ा ने यह भी साझा किया कि शाहरुख़ ख़ान ने फिल्म के निर्माण में निवेश किए गए धन पर ब्याज लेने से इनकार कर दिया। उन्होंने इसे ‘हराम’ यानी निषिद्ध माना। Shahrukh Ittefaq शाहरुख़ का यह दृष्टिकोण उनके नैतिक मूल्यों और सिद्धांतों को दर्शाता है, जहाँ वे अपने मित्रों और सहयोगियों के साथ वित्तीय लेन-देन में पारदर्शिता और उदारता को प्राथमिकता देते हैं।

शाहरुख़ ख़ान की उदारता: उद्योग में एक मिसाल

Shahrukh Ittefaq शाहरुख़ ख़ान की यह उदारता और सहयोगी भावना फिल्म उद्योग में एक मिसाल है। उनका यह कदम न केवल उनके व्यक्तिगत संबंधों की गहराई को दर्शाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि वे अपने सहयोगियों के साथ किस प्रकार का संबंध स्थापित करना चाहते हैं। Shahrukh Ittefaq उनकी यह विशेषता उन्हें न केवल एक महान अभिनेता बल्कि एक महान इंसान के रूप में भी स्थापित करती है।

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